Capping Meaning in Insurance | Insurance Holders ध्यान दे - कैपिंग के नाम पे आपका पूरा पैसा कैसे डूबता है और कैसे उसको बचा सकते हो ?

Capping Meaning in Insurance: जब भी बात हेल्थ की आती है तो ऐसे में हमारे दिमाग में पैसे को बचान के लिए सीधे Health Insurance का ही ख्याल आता है जिससे की आप बीमारी में अपना सारा पैसा न गवां दे. लेकिन फिर भी आप कुछ Hidden Charges के चलते अपना सारा पैसा खो देते है उल्टा अपनी जेब से भी पैसे लगाने पड़ते है.

जिसमे सबसे बड़ा हाथ कैपिंग का ही होता है. अगर आपको नही पता की कैपिंग क्या होता है और ये काम कैसे करती है तो ये पोस्ट आपके लिए सबसे जरुरी है. जिससे की आप अपने Health Insurance Policy के हिडन चार्जेज को अपने हिसाब से कण्ट्रोल कर सकते हो. इसलिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़े.


Capping in Insurance Kya Hoti Hai?

जब भी आप कभी किसी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाते हो, तो ऐसे में Insurance Company आपके Capping के उपर क्लेम लगाती है. जिसका मतलब है वो आपके इलाज का एक स्पेसिफिक अमाउंट ही pay करेगी और बाकि का खर्चा आपको अपनी खुद की जेब से ही करना होगा. Capping में Room Rent, Medicines, Surgery आदि आते है. जिसके ऊपर वो एक लिमिट लगा देती है की वो बस प्रति दिन के हिसाब से कितना खर्च करेगी.

Example: मान लो, आप किसी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाने जाते हो, तब वहां आपको पता लगता है की उसी हॉस्पिटल में आपको 3 दिन रुकना होगा और वहां पर रहने के लिए प्रति दिन का रूम रेंट 5000 है और कंपनी की policy में रूम रेंट के लिए कैपिंग सिर्फ 3 हजार है. 

और अब आप 3 दिन वहां रहते है तो आपको हॉस्पिटल 3 दिन के बदले सिर्फ रूम के 15 हजार रूपये लेगा. बकि इंश्योरेंस कंपनी 3 हजार प्रतिदिन के हिसाब से आपको 9 हजार रूपये ही देगी और बाकि के 6 हजार आपको अपनी जेब से भरने होंगे और इसी को कैपिंग कहा जाता है.


यह भी पढ़े: Aadhar Card से राशन कार्ड कैसे चेक करे ?

यह भी पढ़े: बिना क्रेडिट कार्ड के EMI पर Laptop कैसे ले ?


Capping Meaning in Insurance Hindi Me?

कैपिंग का मतलब आपके इंश्योरेंस का सारा खर्चा कंपनी खुद उठाएगी. लेकिन एक इसकी एक सीमा होती है जोकि जब आप कोई भी Health Insurance लेते हो तो कंपनी पहले से ही आपको बता देती है की वो पूरा भुगतान नही करेगी बल्कि जो डाक्यूमेंट्स में लिमिट तय की गयी होती है उसी के हिसाब से आपके इंश्योरेंस को कवरेज देती है.

यदि हम इसको आसान भाषा में समझे तो जब भी आप किसी भी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाते हो तो कम्पनी समय से पहले ही तय किये गये अमाउंट को ही बस pay करेगी. बाकि खर्चा आपको खुद ही उठाना होगा. जिसके बारे में बकायदा आपके इंश्योरेंस के डाक्यूमेंट्स में मेंशन किया हुआ होगा. इसी को ही कैपिंग (Capping) के नाम से जानते है. जिसमे रूम रेंट, रूम रेंट, ऑपरेशन चार्ज, डॉक्टर फीस आदि आती है.


यह भी पढ़े: Capping कितने प्रकार की होती है Health Insurance Policy में ?

यह भी पढ़े: Credit Score Meaning in Hindi ?


Capping Kaam Kaise Karti Hai ?

हेल्थ इंश्योरेंस में कैपिंग कुछ अलग अलग फैक्टर्स पर निर्भर करती है जोकि हम निचे पॉइंट्स में जानेगे:-

  • Room Rent:- जब भी आप हॉस्पिटल में रूम लेकर रहते हो, तो उसके ऊपर एक लिमिट तय कर दी जाती है की इंश्योरेंस में, आपके रूम रेंट के ऊपर प्रति दिन कितनी कैपिंग लगी है.
  • Medicines + Surgery:- इसमें भी आपके ऊपर एक स्पेसिफिक अमाउंट निर्धारित कर दी जाती है की वो आपके खर्चे का सिर्फ इतना की खर्चा उठायेगे.
  • Overall Capping:- में आपके रूम रेंट, दवाई और इलाज सबको मिला के उसी के हिसाब से कवरेज दी जाती है और बाकि का पैसा जो बचता है वो आपको अपनी जेब से भरना होता है.  


निष्कर्ष: 

हमे उम्मीद है की आपको Capping in Insurance Kya Hoti Hai? और कैपिंग का मतलब क्या होता है उसके बारे में अच्छे से जानकारी मिल चुकी होगी. जिससे की आप अपने पैसे को नुक्सान होने से बचा सकते है. अगर आपको किसी भी प्रकार का कोई समस्या या कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट्स में पूछ सकते है या फिर आप हमे सीधे Instagram के ऊपर भी आकर पूछ सकते है. हम आपकी समस्या का समाधान करने में आपकी मदद करेगे और अगर इसके अलावा और किसी भी टॉपिक के उपर कोई जानकारी चाहिए हो तो हमे कमेंट्स में बता सकते हो. ताकि हम उसको आपके लिए जल्द से जल्द लेकर आये.

Post a Comment

0 Comments